Wheat Dosa Recipe | गेहूं का डोसा | 2025

गेहूं का डोसा: स्वाद और सेहत का देसी तड़का

डोसा सुनते ही दिमाग में दक्षिण भारत की कुरकुरी, सुनहरी डिश की तस्वीर उभरती है। लेकिन क्या आपने कभी गेहूं का डोसा ट्राई किया? यह पारंपरिक चावल-उड़द दाल डोसे का एक देसी और हेल्दी ट्विस्ट है, जो न सिर्फ बनाने में आसान है, बल्कि स्वाद और पोषण से भी भरपूर है। इसे “इंस्टेंट डोसा” भी कहते हैं, क्योंकि इसके लिए फर्मेंटेशन की जरूरत नहीं पड़ती। तो चलिए, आज हम गेहूं के डोसे की इस मजेदार कहानी को जानते हैं, इसकी रेसिपी देखते हैं, और इसके पोषण तत्वों पर नजर डालते हैं।

गेहूं के डोसे की कहानी: सादगी में स्वाद

डोसा मूल रूप से दक्षिण भारत का व्यंजन है, लेकिन गेहूं का डोसा उत्तर भारत की रसोई में एक नया प्रयोग बनकर उभरा। जहां पारंपरिक डोसा बनाने में समय और फर्मेंटेशन की जरूरत होती है, वहीं गेहूं का डोसा उन लोगों के लिए वरदान है जो जल्दी में कुछ स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाना चाहते हैं। गेहूं का आटा, जो हर भारतीय घर में आसानी से मिल जाता है, इस डोसे को एक देसी टच देता है। यह बच्चों से लेकर बड़ों तक, सबका पसंदीदा बन गया है।

स्वाद का जादू: क्या बनाता है इसे खास?

गेहूं का डोसा हल्का, कुरकुरा और थोड़ा सा चटपटा होता है। इसमें गेहूं के आटे की सादगी के साथ मसालों का तड़का मिलता है, जो इसे अनोखा बनाता है। आप इसमें जीरा, हरी मिर्च या प्याज डालकर अपने स्वाद के हिसाब से ढाल सकते हैं। तवे पर घी या तेल के साथ सेंका हुआ यह डोसा बाहर से क्रिस्पी और अंदर से नरम होता है। इसे चटनी, सांभर या दही के साथ खाएं, तो हर कौर में घर का प्यार महसूस होता है।

गेहूं का डोसा बनाने के लिए सामग्री (4 लोगों के लिए)

यहां हम आपको गेहूं का डोसा बनाने की सामग्री बता रहे हैं:

डोसा बैटर के लिए:

  • गेहूं का आटा – 1.5 कप (लगभग 200 ग्राम)
  • सूजी (रवा, वैकल्पिक, कुरकुरापन के लिए) – ¼ कप (लगभग 50 ग्राम)
  • दही – ½ कप (लगभग 100 ग्राम, हल्की खटास के लिए)
  • पानी – 2-3 कप (बैटर बनाने के लिए, जरूरत के अनुसार)
  • जीरा – 1 चम्मच
  • हरी मिर्च (बारीक कटी) – 1-2 (स्वादानुसार)
  • अदरक (कद्दूकस किया हुआ) – 1 चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार (लगभग 1 चम्मच)
  • हरा धनिया (बारीक कटा) – 2 चम्मच (वैकल्पिक)

खाना बनाने के लिए:

  • तेल या घी – 1-2 चम्मच प्रति डोसा (सेंकने के लिए)

साथ में परोसने के लिए (वैकल्पिक):

  • नारियल चटनी
  • टमाटर की चटनी
  • सांभर

बनाने की आसान रेसिपी

  1. बैटर तैयार करना: एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, सूजी, दही और पानी डालकर अच्छे से मिलाएं। बैटर न ज्यादा गाढ़ा हो, न ज्यादा पतला – इसे पैनकेक बैटर की तरह रखें।
  2. मसाले डालना: इसमें नमक, जीरा, हरी मिर्च, अदरक और हरा धनिया डालकर अच्छे से फेंट लें। बैटर को 10-15 मिनट के लिए ढककर रख दें ताकि सूजी फूल जाए।
  3. डोसा बनाना: तवे को मध्यम आंच पर गरम करें। एक करछी बैटर डालें और गोलाई में फैलाएं। ऊपर से तेल या घी छिड़कें। सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेंकें। पलटने की जरूरत नहीं, लेकिन चाहें तो दोनों तरफ सेंक सकते हैं।
  4. परोसना: गरमा-गरम डोसा को चटनी या सांभर के साथ परोसें।

पोषण तत्व: सेहत का देसी खजाना

गेहूं का डोसा स्वाद के साथ-साथ पोषण का भी ध्यान रखता है। आइए, इसके पोषण तत्व देखें (प्रति डोसा – लगभग 100 ग्राम बैटर से बना, बिना तेल/घी के):

  • कैलोरी: लगभग 130-160 किलो कैलोरी (तेल/घी के साथ 200 तक जा सकता है)
  • प्रोटीन: 4-5 ग्राम (गेहूं और दही से, मांसपेशियों के लिए अच्छा)
  • वसा: 1-2 ग्राम (तेल/घी डालने पर 5-7 ग्राम)
  • कार्बोहाइड्रेट: 25-30 ग्राम (गेहूं से, जो ऊर्जा देता है)
  • फाइबर: 2-3 ग्राम (गेहूं के आटे से, पाचन के लिए फायदेमंद)
  • विटामिन और खनिज: विटामिन B (गेहूं और दही से), कैल्शियम (दही से), और आयरन (गेहूं से)।

यह डोसा पारंपरिक डोसे से हल्का और फाइबर से भरपूर होता है। इसे नाश्ते या हल्के डिनर के लिए बेस्ट माना जाता है।

एक मजेदार किस्सा

एक बार एक मां ने अपने बच्चे को गेहूं का डोसा खिलाया और कहा, “यह जादुई डोसा है, जो तुम्हें स्मार्ट बनाएगा!” बच्चा इतना खुश हुआ कि उसने दो डोसे और मांग लिए। सचमुच, यह डोसा बच्चों और बड़ों, दोनों का दिल जीत लेता है!

खाने का सही तरीका

गेहूं का डोसा गरमा-गरम सबसे अच्छा लगता है। इसे नारियल चटनी, टमाटर चटनी या सांभर के साथ परोसें। अगर चाहें, तो ऊपर से थोड़ा पनीर या सब्जियां डालकर इसे और मजेदार बना सकते हैं। इसे हाथ से तोड़कर खाएं, ताकि देसी स्वाद का पूरा मजा मिले।

अंत में…

गेहूं का डोसा सादगी, स्वाद और सेहत का एक शानदार मेल है। यह उन दिनों के लिए परफेक्ट है जब आप कुछ जल्दी, हल्का और पौष्टिक खाना चाहते हैं। तो अगली बार जब आपकी रसोई में कुछ नया बनाने का मन हो, इस रेसिपी को आजमाएं और अपने परिवार को खुश कर दें। और हां, थोड़ा घी extra डाल लें – क्योंकि देसी स्वाद का असली मजा तो घी में ही है!

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